सोमवार, 23 अप्रैल 2018

पंचसकार चूर्ण के फायदे / Benefits of Panchsakar Churna


पंचसकार चूर्ण (Panchsakar Churna) सौम्य विरेचन है। कब्ज (Constipation), आमवृद्धि (Toxin), शिरदर्द (Headache), अजीर्ण (Indigestion), उदरवात (पेट का वायु), अफरा (Flatulence), उदरशूल (पेट दर्द), गुदशूल आदि दोषोको दूरकर पाचनशक्तिको सुधारता है।

यह चूर्ण अर्शरोग (Piles), आमप्रकोप, जीर्ण आमवात (Rheumatism)मे संधिस्थानोकी पीडा और मलावरोध तथा नये अम्लपित्त (Acidity)के रोगियो के लिए हितकारक है। इसके सेवनसे आमाशय रस की अम्लता और उग्रताका ह्रास होता है। आंतोंमे गये हुये दूषित आमका पचन होता है और नये आम (Toxin) की उत्पत्तिका ह्रास होता है। इसके अतिरिक्त यकृत पित्त (Gastric Juice) का स्त्राव बढ़ता है जिससे छोटी आंतमे होनेवाली पचन क्रिया सुधरती है। यकृत पित्त पूरा मिलनेपर मलमे दुर्गंध नहीं होती। किटाणु और विष नष्ट हो जाते है तथा मलको आगे फेंकनेका कार्य सरलता पूर्वक होता है और शुद्धि होनेके पश्चयत उसका आंकुचन होनेमे भी सहायता मिल जाती है।

पंचसकार चूर्ण (Panchsakar Churna) अति सामान्य औषधियोके सम्मिश्रणसे बना है, फिर भी कफप्रधान रोगी, जीर्ण आमवातपीड़ित, अर्शरोगी, जीर्ण आमातिसार और अन्य रोगोमे होनेवाली आमवृद्धिपर अमृत सद्रश उपकारक है।

सूचना: आमातिसारमे आमवृद्धि और मलावरोध होनेपर यह चूर्ण 2 माशा (2 ग्राम) सुबहको निवाये जल (ताजे पानी) के साथ देना चाहिये। मात्रा अधिक होनेपर अंत्रमे उग्रताकी वृद्धि होती है और उदर (पेट) मे मरोड़ आता है।

मात्रा: 3 से 6 माशे (1 माशा = .97 ग्राम) तक रात्रीको निवाये जलके साथ ले।  

पंचसकार चूर्ण बनाने की विधि: सोंठ, सौंफ, सनाय, सैंधा नमक और बडी हरड़, सबको समभाग मिलाकर कूट-छानकर चूर्ण बना लें।

Ref: सिद्ध भेषज मणिमाला 

Panchsakar Churna improves digestion, cures constipation, destroys toxin generated within the body due to weak digestion, cures headache, stomachache, gas and flatulence. 

Read more:



Previous Post
Next Post

0 टिप्पणियाँ: