चंद्रशेखर रस के सेवन
से बालको के सब प्रकार के रोग, बुखार,
स्तन्यदोष से उत्पन्न सन्निपात, खांसी,
श्वास, अजीर्ण,
उल्टी, अतिसार (Diarrhoea),
शूल (दर्द), जुकाम,
धनुर्वात, डब्बा आदि सब रोग दूर होते है और बालक पुष्ट
होता है।
मात्रा: ½ से 1 गोली तक माता के दूध, जल या रोगानुसार अनुपान के साथ दिन में 2 से 3 बार देवें।
घटक द्रव्य: रससिंदूर, अभ्रक भस्म, कांत लोह भस्म, मंडूर भस्म, गोरोचन और सोहागे का फूला।
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