शुक्रवार, 30 अप्रैल 2021

कंठ सुधारक वटी के फायदे / Kanth Sudharak Vati Benefits

कंठ सुधारक वटी (Kanth Sudharak Vati) अरुचि, मंदाग्नि, गला बैठना, उल्टी करने की इच्छा होना, बेचैनी, अजीर्ण, पेट की गेस, कफ, श्वास आदि रोगों को दूर करके अग्नि को परदीप्त करती है और चित्त को प्रसन्न बनाती है।

कंठ सुधारक वटी में मुलेठी, कपूर और लौंग यह औषधियाँ गले में जमे कफ को बलपूर्वक निकाल देती है, जिससे गला बैठना, गले में दर्द आदि में अधिका लाभ होता है। साथ-साथ यह वटी खांसी और श्वास में भी लाभ पहुंचाती है। पीपरमेंट के फूल रुचिकारक, अजीर्ण नाशक, पाचक और कफ-वात नाशक है। इलायची फेफड़े आदि से कफ को निकालकर खांसी को कम करती है तथा जावित्री अग्नि को प्रदीप्त करती है। इस तरह कंठ सुधारक वटी कफ, खांसी, गला बैठना, अरुचि, मंदाग्नि, श्वास आदि रोगों का नाश करती है।

मात्रा: 1-1 गोली मुंह में रखकर दिन में 10-15 बार धीरे-धीरे रस चूसते रहे। 

बनावट: सत मुलेठी 7 तोले, पीपरमेंट के फूल, कपूर, इलायची और लौंग 1-1 तोला और जावित्री 2 तोले लें। सबको मिला जल में आध घंटे खरल करके 1-1 रत्ती की गोलियां बांधे।

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