भृंगराज तेल (Bhringraj Oil) की मालिश से दारूणक (सिर पर छोटी-छोटी
फुंसी होना, केशभूमि कठोर होना, खुजली चलना), छोटे-छोटे फोड़े शिर पर होना, पीप निकलना), बाल सफेद होजाना, इन्द्रलुप्त (बाल झड़जाना) इत्यादि दोष दूर हो जाते
है।
भृंगराज तेल (Bhringraj Oil) को प्रतिदिन सिर में लगाने से अकाल में
सफेद हुए बाल फिर से काले हो जाते है। बालों की जड़ें मजबूत होकर बालों का गिरना
बंद होता है। बालों का रंग भँवरे के समान काला और चमकदार हो जाता है। बाल सघन हो
जाते है। मस्तिष्क और आँखों को गरमी दूर हो जाती है। यहाँ तक की शिर की गंज भी समय
आने पर मिट जाती है और नये बाल पैदा होने लगते है।
घटक द्रव्य और
निर्माण विधि
(Bhringraj Oil Ingredients):
भृंगराज का रस 4 सेर, मंडूर,
त्रिफला और अनंतमूल इन पाँच औषधियों को समभाग मिलाकर 20 तोले कल्क और तिल का तेल 1
सेर लें। सबको 4 सेर जल के साथ मिलाकर मंदाग्नि से तेल सिद्ध करें।
Ref: शा. सं. (शार्गंधर संहिता)
Bhringraj
Oil is useful for hail loss, hair fall and baldness. It promotes hair growth,
blackens the hair and smoothens it.
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