वीर्य शोधन चूर्ण
वीर्य का पतलापन, स्वप्नदोष,
शुक्रमेह (पेशाब के साथ वीर्य का जाना) इत्यादि धातुदोष को दूर कर वीर्य को शुद्ध
और श्वेत बनाता है। यह औषध सामान्य होने पर भी अच्छा काम देती है।
बनाने की विधि:
बबूल की बिना बीजवाली कच्ची फली, बबूल की कोपल और बबूल का गोंद, तीनों को समभाग ले कर चूर्ण करे।
मात्रा: 4 से 6
ग्राम मिश्री मिलाकर लें। ऊपर से दूध पीवें।
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