अजमोदादि चूर्ण
आमवात (Rheumatism), संधिवात,
गृध्रसीवात (Sciatica), कमर,
गुदा, पीठ और पेट के दर्द, उदरवात (पेट की गेस),
वातविकार, शोथ (सूजन) और कफ दोष को दूर करता है।
अजमोदादि चूर्ण
बनाने की विधि
(Ajmodadi Churna Ingredients):
अजमोद, वायविडंग,
सैंधा नमक, देवदारू,
चित्रकमूल, पीपलामूल,
सौंफ, पीपल और काली मिर्च 1-1 तोला (12 ग्राम), छोटी हरड़ 5 तोले,
विधारा 10 तोले और सौंठ 10 तोले लें। सबको मिला कूटकर कपड़छान चूर्ण करें।
मात्रा: 3 से 4
ग्राम दिन में 2 बार गरम जल के साथ दें।
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