इतरीफल मुलय्यन के
सेवन से मस्तिष्क मे उष्णता; चक्कर आना,
नेत्रों (आंखो)की कमजोरी, मोतियाबिन्दु की वृद्धि, कफवृद्धि, कानमे शब्द होना (कान मे आवाजे आना), बहरापन, मलावरोध (कब्ज), दाह (Irritation) आदि दूर होते है। यह अवलेह खास आँख और
मगज के पुराने रोगोंमे प्रयुक्त होता है।
मात्रा: 3 से 6
माशे (3 से 6 ग्राम) दिनमे दो बार ले।
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