मंगलवार, 1 जनवरी 2019

कस्तूर्यादि वटी के फायदे / Benefits of Kasturyadi Vati (Gutika)


कस्तूर्यादि वटी सन्निपात (Typhus fever, Putrid Fever) और उन्नमाद (Insanity) आदि रोगोंमें निंद्रा लानेके लिये अति उपयोगी है। यह उन्मादके दोषको दबाती है; तथा सन्निपातमे जब रोगी बार-बार खड़ा होकर भागने लगता है, या लड़ाई करता है; तब इसके प्रयोगसे तुरंत विष शांत हो जाता है।

कस्तूर्यादि वटीमे कस्तुरी, कपूर, भुनी हींग, शुद्ध अफीम, खुरासनी अजवायन और शहद यह सब घटक द्रव्य मिलाये जाते है।

मात्रा: उन्माद और निंद्रा नाशमे 1 गोली जलके साथ रात्रिको सोने से दो घंटे पहिले और सन्निपात मे आवश्यकता पर देवें।

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