गुरुवार, 10 जनवरी 2019

हिंग्वादि वटी के फायदे / Benefits of Hingvadi Vati


हिंग्वादि वटी के सेवन से वातशूल (Neuralgia = नसों का दर्द) कैसा ही हो, तत्काल बंद हो जाता है। अफरा दूर होता है तथा पचन-क्रिया प्रबल बनती है।

हिंग्वादि वटी घटक द्रव्य: भुनी हिंग, अम्लबेत, सौंठ, काली मिर्च, अजवायन, सैंधानमक, बिडनमक और कालानमक।

मात्रा: 1 से 4 गोली दिन में 2-3 बार मट्ठे के साथ सेवन करें, अथवा 1-1 गोली करके रस चूसते रहें।

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