सोमवार, 7 मई 2018

कैशोर गुग्गुल के फायदे / Benefits of Kaishore Guggulu

कैशोर गुग्गुल (Kaishore Guggulu) के सेवन से नये वातरक्त (Gout), समस्त शरीर में फैले हुए एकदोषज, द्विदोषज, पीपके स्त्रावयुक्त और जीर्ण (पुराने) शुष्क (सूखे), सब प्रकार के वातरक्त दूर होते है। 

कैशोर गुग्गुल (Kaishore Guggulu) व्रण (घाव), कास (खांसी), सब प्रकार के कुष्ट ( Skin Disease ), समस्त गुल्म (Abdominal Lump), शोथ (सूजन), उदर रोग (पेट के रोग), पांडु (Anemia), प्रमेह, मंदाग्नि (Indigestion), मलमूत्रावरोध और प्रमेहपिटिका ( Carbuncle ) आदि सब रोगो को नष्ट करता है। नित्य सेवन से जरा (वृद्धावस्था) और समस्त रोग नष्ट होकर किशोरावस्था की प्राप्ति होती है।

कैशोर गुग्गुल आम (अपक्व अन्न रस जो एक प्रकार का विष है और शरीर में रोग पैदा करता है) नाशक, रक्तशोधक (खून को शुद्ध करनेवाला), जन्तुघ्न (जंतुओ का नाश करनेवाला), वात-कफ नाशक, ग्रंथिशोथ, ग्रंथिविकार, ग्रंथि दूषित प्रवाह, श्लेष्मकला (Mucous Membrane) व्रण, शोथ (सूजन), कोथ, जलन और पूयज, विषज और रक्तज विकारों को नष्ट करता है। यह पेट के विकारों के लिये अग्निवर्धक, विबन्ध (कब्ज) नाशक, आमपाचक और गुल्म (Abdominal Lump) नाशक होने के कारण श्रेष्ठ औषध है। अंत्र (Intestine) दोष दूर होने से दोष और दुष्यों में विकृति की संभावना नष्ट हो जाती है। यदि विकार होता है तो वह धीरे-धीरे इस प्रभावशाली औषध के रक्त द्वारा प्रसार से मिट जाता है। वातरक्त, कुष्ठ और दुष्ट पित्त और वात से होनेवाले विकारों को नष्ट करने के लिये यह कैशोर गुग्गुल श्रेष्ठ औषध है।

मात्रा: 1 से 2 गोली तक दिनमे 2 बार दूध या जलके साथ ले।

कैशोर गुग्गुल घटक द्रव्य (Kaishore Guggulu Ingredients): उत्तम शुद्ध गुग्गुल, हरड़, बहेड़ा और आंवला 64-64 तोले; गिलोय 128 तोले, सोंठ, कालीमिर्च, पीपल और वायविडंग 2-2 तोले; निसोत और दंतीमूल 1-1 तोला, गाय का घी 32 तोले।

Ref: चक्रदत्त

Kaishore Guggulu is useful in gout, wound, skin diseases, abdominal lump, swelling, anemia, carbuncles and indigestion. Kaishore Guggulu is a great ayurvedic medicne for blood disorder and skin disease.  

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