शनिवार, 7 अप्रैल 2018

ब्राह्मी धृत के फायदे / Benefits of Brahmi Ghrita

ब्राह्मी धृत (Brahmi Ghrita) उन्माद (Insanity), कुष्ठ (Skin disease), अपस्मार (Epilepsy), मगजकी निर्बलता (Mental debility) और मंदाग्नि (Indigestion) आदिको दूर करता है। वाणी, स्वर और स्मृतिको बढ़ाता है। वन्ध्या स्त्रीको संतानकी प्राप्ति कराता है। जिन रोगियोंको मलावरोध (Constipation) रहता हो, उन रोगियोके लिये ब्राह्मी धृत हितावह है। यह धृत बातसंस्याके लिये बल्य और मस्तिष्क शोधक है। 

जब मस्तिष्क में कफ संग्रह होकर मस्तिष्क में भारीपन आजाता है तब बुद्धि और स्मरणशक्ति का ह्रास (कम होना), निद्रावृद्धि, थोड़ेसे मानस प्रयत्नसे मस्तिष्क थक जाना, मुखमण्डल निस्तेज और उदासीन भासना, पचनक्रिया मन्द रहना और मलावरोध बना रहना आदि लक्षण उपस्थित होते है। इस अवस्थामे मस्तिष्क को शुद्ध और सबल बनानेके लिये ब्राह्मी धृत (Brahmi Ghrita) आशीर्वाद के समान है। यह धृत विध्यार्थीयो के लिये भी बहुत हितकर है।

सूचना: यदि यकृत (Liver) निर्बल हो और मल सफ़ेद, दुर्गन्धयुक्त निकलता हो तो धृतका सेवन नहीं करना चाहिये।

मात्रा: ½ से 1 तोला (12 to 24 Gram) दिनमे 2 बार दें।

Brahmi Ghrita is useful in insanity, skin diseases, epilepsy, mental debility and constipation. It is very useful to remove cough from the brain. Brahmi Ghrita also acts as brain tonic and memory booster.

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